स्वच्छता को अपनाने से भविष्य को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते- कलेक्टर, कलेक्टर ने विद्यार्थियों को दिलाई स्वच्छता की शपथ, किया पौधरोपण
पं0 शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ स्वच्छता सेवा महोत्सव
(शहडोल) स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत पंडित शम्भूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल में सोमवार को स्वच्छता सेवा महोत्सत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने मॉ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। आयोजित कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा कि स्वच्छता का महत्व समाज और व्यक्ति दोनों के लिए अत्यधिक है। यह न केवल स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-सम्मान को भी बढ़ावा देती है। स्वच्छता से वातावरण साफ रहता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है। यह सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक है और समाज में एक सकारात्मक वातावरण बनाता है। स्वच्छता अभियान जैसे स्वच्छ भारत मिशन से लोग जागरूक होते हैं और सामूहिक प्रयास से जीवनस्तर में सुधार होता है। स्वच्छता को अपनाने से हम अपने भविष्य को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते हैं। इसलिये, स्वच्छता को प्राथमिकता देना आवश्यक है। कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए कुलगुरू प्रो. रामशंकर ने कहा कि हमे जागरूक होकर स्वच्छता को स्वभाव में अपनाना होगा तभी भारत स्वच्छ विकसित देश की परिकल्पना को साकार रूप दे पाएगा इसलिए हमें पुरानी आदतों को छोड़ स्वच्छता को स्वभाव में लाना होगा। साथ ही कलेक्टर ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित विद्यार्थियों, प्रोफेसरों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। पंडित शंम्भूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल के परिसर में एक पेड़ मॉ के नाम पर्यावरण का स्वच्छ एवं सुदंर बनाने के लिए कलेक्टर डॉ. केदार सिंह, कुलगुरू प्रो. रामषंकर सहित अन्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर पंडित शंम्भूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. आशीष तिवारी, प्रो तारामणि श्रीवास्तव, डॉ. आदर्श तिवारी, डॉ ज्योति सिंह, एन सी सी के कैडेट, एन एस एस के प्रतिनिधि सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थें।