जिले के सोनकच्छ एवं देवास विकासखंड की 4-4 ग्राम पंचायतों में पहुंचे आईआईएम के छात्र
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समझने एवं स्व सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं के जीवन में आए बदलाव की लेंगे जानकारी
(देवास) ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समझने, स्व सहायता समूहों एवं उनके संगठनों की ग्रामीण विकास में भूमिका, ग्रामीण आजीविका मिशन से ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में बदलाव, महिलाओं का मजबूत संगठनात्मक ढांचा तथा महिला सशक्तिकरण में आजीविका मिशन की भूमिका को समझने आईआईएम- इंदौर के 50 छात्र सोमवार से 18 अक्टूबर तक जिले के सोनकच्छ विकासखंड एवं देवास विकासखंड की 4-4 ग्राम पंचायतों में प्रवास पर पहुंचे हैं। जिला नोडल एवं परियोजना अधिकारी वाटरशेड सुनील जाट एवं जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण आजीविका मिशन सुश्री शीला शुक्ला ने सभी छात्रों का उन्मुखीकरण करते हुये निकायों के लिये रवाना किया।
ये सभी छात्र देवास विकासखंड की ग्राम पंचायत भैसूनी, सन्नोड़, जामगोद एवं खटांबा में तथा सोनकच्छ विकासखंड की ग्राम पंचायत लौंदिया, गंधर्वपुरी, सांवेर एवं एनाबाद में स्व सहायता समूहों की अवधारणा को समझेंगे एवं खटांबा में पोषण आहार संयत्र के संचालन तथा उसमें स्व सहायता समूहों की भूमिका पर अध्ययन करेंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग-पंचायत राज संचालनालय के निर्देश पर जिले में किए जा रहे इस अध्ययन का अनुभव छात्रों द्वारा दिनांक 18 अक्टूबर को जिला पंचायत सभागार में प्रस्तुत किया जाएगा।