विजयराघवगढ में बिराजी मैहर की मां शारदा की बड़ी बहन, 1857 में राजा प्रयागदास ने कराई थी स्थापना
(विजयराघवगढ़) चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नव संवत्सर बासंतेय नवरात्रि आरंभ हो चुकी है जिसको भक्ति भाव से मनाने हेतु नगर के धार्मिक स्थलों में 15 दिनों पूर्व से तैयारी आरंभ हो चुकी थी। उक्त पर्व को मनाने हेतु स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिरों देवालयों में साफ सफाई पेयजल एवं प्रकाश की व्यवस्था की गई है।
नव संवत्सर के आरंभ होते ही मंदिरों में जल चढ़ाने एवं माता रानी के दर्शन का सिलसिला आरंभ हो चुका है जो आगामी 17 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर समापन होगा। इस वर्ष पूरे 9 दिन में तिथि के अनुसार पर्व मनाया जावेगा जिसमें विजयराघवगढ मां शारदा के मंदिर में प्रातः से ही भक्तजनों का दर्शन करने ताता लग जाता है। प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में ही मां शारदा का पूजन पुजारी जगदीश प्रसाद त्रिपाठी के निर्देशन में अशोक त्रिपाठी द्वारा की जाती है। जहां मंदिरों में बढ़ने वाली भीड़ के मद्दे नजर रखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
✍️ (जागेश्वर मिश्रा)
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विजयराघवगढ़