जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक सम्पन्न

(हरदा) जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक सोमवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्षा बंद होते ही नहरों की साफ-सफाई का कार्य शुरू करें तथा क्षतिग्रस्त नहरों की रिपेयरिंग कराएं। उन्होने कहा कि नहरों में जहाँ गेट टूट गये है, उन्हें बदलवाएं। उन्होने निर्देश दिये कि जल संसाधन विभाग के अधिकारी कर्मचारी किसान प्रतिनिधियों तथा जल संथाओं के प्रतिनिधियों से चर्चा करते रहें। बैठक में किसानों ने 25 अक्टूबर से हरदा जिले के किसानों के खेतों में सिंचाई के लिये नहरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने की मांग की, जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने सहमति व्यक्त की। बैठक में विधायक डॉ. आर.के. दोगने, पूर्व कृषि मंत्री श्री कमल पटेल के साथ-साथ कलेक्टर श्री आदित्य सिंह व जिला पंचायत सदस्य श्री ललित पटेल, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री डी.के. सिंह व कार्यपालन यंत्री टिमरनी क्षेत्र सुश्री सोनम वाजपेयी भी मौजूद थे। कलेक्टर श्री सिंह ने मुहाल माइनर नहर का कार्य समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिये। पूर्व मंत्री श्री कमल पटेल ने बैठक में कहा कि नहरों से सिंचाई कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाले शरारती तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होने किसानों की इस मांग का समर्थन किया कि ओसराबंदी लागू कर नहरों से सबसे पहले दूरस्थ क्षेत्र के किसानों को पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। विधायक श्री दोगने ने बैठक में कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के किसानों की सुविधा को ध्यान में रखने के लिये नहरों से सिंचाई के लिये जल प्रदाय के लिये ‘‘टेल टू हेड’’ सिस्टम लागू किया जाए ताकि सभी किसानों को सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके। कलेक्टर श्री सिंह ने इस संबंध में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होने नहरों से सिंचाई के संबंध में विधिवत शेड्यूल जारी करने तथा उसके व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिये। कार्यपालन यंत्री श्री डी.के. सिंह ने बताया कि नहरों की साफ-सफाई व रिपेयरिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही रबी सिंचाई गेज पेंटिंग का कार्य भी कराया जा रहा है ताकि पानी के स्तर की सही सही जानकारी किसानों को मिल सके। बैठक में बताया गया कि हरदा जिले में कुल कृषि योग्य रकबा 196600 हेक्टेयर है। जिले में नहरों से सिंचित क्षेत्र 104843 हेक्टेयर है, जिसमें हरदा संभाग में 52302 हेक्टेयर तथा टिमरनी संभाग में 52541 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है। इस तरह जिले के कुल कृषि क्षेत्र के लगभग 53 प्रतिशत क्षेत्र में सिंचाई नहरों के माध्यम से हो रही है। इसके अलावा नदी, कुए, नलकूप व तालाबों से कुल 66035 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है जोकि कुल कृषि क्षेत्र का 34 प्रतिशत है। इस तरह कुल 87 प्रतिशत कृषि क्षेत्र सिंचित है। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग श्री डी.के. सिंह ने बताया कि तवा जलाशय में वर्तमान में जल भण्डारण का स्तर 355.397 मीटर है। इस वर्ष नर्मदापुरम् जिले में पर्याप्त वर्षा हुई है। तवा बांध स्थल पर स्थित नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी अनुसार 13 अक्टूबर को तवा जलाशय का में जल भराव का स्तर 355.42 मीटर है।